Cibil Score Loan Rule भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने सिबिल स्कोर और क्रेडिट रिपोर्ट से जुड़े नए नियमों की घोषणा की है, जिससे लोन लेने की प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और सरल हो जाएगी इन नए नियमों का मुख्य उद्देश्य ऋण प्रणाली को सुधारना, ग्राहकों के अधिकारों की सुरक्षा करना और बैंकों को अधिक जवाबदेह बनाना है अगर आपका सिबिल स्कोर कम है या आपको लोन लेने में दिक्कत आ रही थी, तो यह बदलाव आपके लिए राहत लेकर आ सकता है।

अब सिबिल स्कोर की अपडेट प्रक्रिया तेज कर दी गई है और लोन रिजेक्शन की स्पष्ट जानकारी देना बैंकों के लिए अनिवार्य कर दिया गया है इसके अलावा, बैंक और वित्तीय संस्थान ग्राहकों को क्रेडिट स्कोर सुधारने के तरीके भी बताएंगे, जिससे वे भविष्य में आसानी से लोन प्राप्त कर सकें।
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सिबिल स्कोर क्या है और यह क्यों महत्वपूर्ण है
सिबिल स्कोर किसी व्यक्ति की वित्तीय साख को दर्शाने वाला एक महत्वपूर्ण स्कोर है, जो 300 से 900 के बीच होता है यह स्कोर बैंक और वित्तीय संस्थान देखते हैं, ताकि यह पता लगाया जा सके कि व्यक्ति लोन चुकाने में सक्षम है या नहीं यदि आपका सिबिल स्कोर 750 से अधिक है, तो आपको आसानी से लोन मिल सकता है और कम ब्याज दर पर भी ऋण उपलब्ध हो सकता है लेकिन अगर आपका स्कोर कम है, तो बैंक लोन देने से मना कर सकते हैं या अधिक ब्याज दर वसूल सकते हैं।
अब तक, सिबिल स्कोर अपडेट होने में काफी समय लगता था, जिससे कई ग्राहकों को बार-बार लोन रिजेक्शन झेलना पड़ता था लेकिन अब नए नियमों के तहत इस प्रक्रिया को अधिक प्रभावी और तेज बना दिया गया है।
RBI के नए सिबिल स्कोर नियम क्या हैं
आरबीआई ने सिबिल स्कोर और लोन अप्रूवल से जुड़े कुछ अहम बदलाव किए हैं, जिससे ग्राहकों को बेहतर सुविधा मिल सकेगी।
पहला बड़ा बदलाव यह किया गया है कि अब बैंकों और वित्तीय संस्थानों को हर 15 दिन में क्रेडिट स्कोर अपडेट करना होगा पहले यह प्रक्रिया हर महीने होती थी, जिससे स्कोर अपडेट होने में देरी होती थी अब यह बदलाव होने से ग्राहक तेजी से अपने सिबिल स्कोर में सुधार देख पाएंगे और अगर वे समय पर ईएमआई चुकाते हैं, तो उनका स्कोर जल्दी बढ़ेगा।
दूसरा महत्वपूर्ण बदलाव यह है कि अगर किसी ग्राहक का लोन आवेदन रिजेक्ट किया जाता है, तो बैंक को अब उसे स्पष्ट कारण बताने होंगे पहले बैंक आमतौर पर बिना कारण बताए ही लोन अस्वीकार कर देते थे, जिससे ग्राहकों को अपनी वित्तीय स्थिति सुधारने में कठिनाई होती थी लेकिन अब हर बैंक और वित्तीय संस्थान को ग्राहकों को यह बताना होगा कि उनका लोन आवेदन क्यों अस्वीकृत हुआ और वे इसे कैसे सुधार सकते हैं।
तीसरा बदलाव यह किया गया है कि अब बैंक और अन्य वित्तीय संस्थान ग्राहकों को सिबिल स्कोर सुधारने के लिए सुझाव देंगे कई बार लोग यह नहीं समझ पाते कि उनका सिबिल स्कोर कम क्यों है और इसे कैसे ठीक किया जाए अब बैंक ग्राहकों को ब्याज दरों, समय पर ईएमआई भुगतान और क्रेडिट लिमिट मैनेजमेंट से संबंधित जानकारी देंगे, जिससे लोग अपना स्कोर सुधार सकें।
नए नियमों से ग्राहकों को क्या फायदा होगा
इन नए नियमों का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि लोन लेने की प्रक्रिया अधिक पारदर्शी हो जाएगी पहले जहां लोग लोन के लिए अप्लाई करते थे और बिना किसी कारण उनका आवेदन रिजेक्ट हो जाता था, अब ऐसा नहीं होगा बैंकों को हर ग्राहक को उसकी क्रेडिट रिपोर्ट से जुड़ी जानकारी देनी होगी, जिससे लोग जान सकें कि उन्हें कहां सुधार करने की जरूरत है।
इसके अलावा, क्रेडिट स्कोर अपडेट होने की गति तेज होने से उन लोगों को भी फायदा होगा, जो हाल ही में अपने पुराने कर्ज चुकाकर स्कोर सुधारना चाहते हैं पहले स्कोर अपडेट होने में समय लगता था, लेकिन अब यह प्रक्रिया 15 दिनों में पूरी हो जाएगी, जिससे लोग तेजी से बेहतर लोन ऑफर्स प्राप्त कर सकेंगे।
एक और बड़ा फायदा यह होगा कि नए ग्राहकों के लिए लोन लेना आसान हो जाएगा कई बार वे लोग जो पहली बार लोन लेने जा रहे होते हैं, उनके पास कोई क्रेडिट हिस्ट्री नहीं होती, जिससे उनका आवेदन अस्वीकृत हो सकता था लेकिन अब बैंक ऐसे लोगों को क्रेडिट सुधारने के तरीके बताएंगे और छोटे लोन देकर उनका सिबिल स्कोर बनाने में मदद करेंगे।
अगर आपका सिबिल स्कोर कम है तो क्या करें
अगर आपका सिबिल स्कोर कम है और आप लोन लेना चाहते हैं, तो आपको कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना होगा समय पर सभी ईएमआई और क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान करें अगर संभव हो, तो अपने पुराने कर्ज को चुकाकर अपनी क्रेडिट लिमिट बढ़ाएं, जिससे बैंक को लगे कि आप वित्तीय रूप से जिम्मेदार हैं।
इसके अलावा, अक्सर लोन आवेदन करने से बचें, क्योंकि हर लोन अप्लाई करने पर बैंक आपकी क्रेडिट रिपोर्ट चेक करता है और बार-बार इनक्वायरी होने से स्कोर कम हो सकता है यदि आपका लोन रिजेक्ट हो गया है, तो पहले बैंक से कारण पूछें और फिर जरूरी सुधार करने के बाद ही दोबारा आवेदन करें।
अब जब नए नियम लागू हो चुके हैं, तो आपको अपना क्रेडिट स्कोर सुधारने के लिए अधिक पारदर्शी और उपयोगी जानकारी मिलेगी, जिससे भविष्य में लोन लेना आसान हो जाएगा।
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