Bank Transaction Rule सरकार ने बैंकिंग लेनदेन और इनकम टैक्स से जुड़े नियमों में बड़े बदलाव किए हैं, जिससे नकद निकासी, बैंक जमा और डिजिटल ट्रांजैक्शन पर असर पड़ेगा इन नए नियमों का उद्देश्य टैक्स चोरी को रोकना और वित्तीय लेनदेन को पारदर्शी बनाना है अगर आप बैंक से बार-बार नकद निकासी या बड़ी रकम जमा करते हैं, तो इन नए नियमों को जानना बेहद जरूरी है।

अगर कोई व्यक्ति बैंक से अधिक नकद लेनदेन करता है या साल भर में बड़ी रकम जमा करता है, तो अब उसकी जानकारी सीधे इनकम टैक्स विभाग को भेजी जाएगी इसके अलावा, नकद निकासी पर नया टीडीएस (TDS) नियम, एटीएम से पैसे निकालने की सीमा और डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए सख्त नियम लागू किए गए हैं इस लेख में हम इन सभी नए बदलावों की पूरी जानकारी देंगे, जिससे आप बिना किसी परेशानी के अपने बैंकिंग कार्य कर सकें।
Contents
बैंक से नकद निकासी पर नया टीडीएस (TDS) नियम
बैंक से नकद निकासी करने वालों के लिए इनकम टैक्स विभाग ने नया टीडीएस (Tax Deducted at Source) नियम लागू किया है अब अगर कोई व्यक्ति साल भर में 20 लाख रुपये से ज्यादा की नकद निकासी करता है, तो उस पर टैक्स कटौती लागू होगी।
अगर कोई व्यक्ति पिछले तीन वर्षों से इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) दाखिल नहीं कर रहा है, तो उसके लिए यह नियम और सख्त होगा ऐसे लोगों को 20 लाख रुपये से अधिक की नकद निकासी पर 2% टीडीएस देना होगा, और यदि निकासी की राशि 1 करोड़ रुपये से ज्यादा हो जाती है, तो 5% टीडीएस कटेगा।
अगर कोई व्यक्ति इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करता है, तो उसे सिर्फ 1 करोड़ रुपये से अधिक की नकद निकासी पर 2% टीडीएस देना होगा।
बैंक में नकद जमा करने पर बढ़ी निगरानी
सरकार ने बैंक खातों में नकद जमा करने की सीमा तय कर दी है अब यदि कोई व्यक्ति अपने बचत खाते (Saving Account) में सालभर में 10 लाख रुपये से अधिक जमा करता है, तो इसकी जानकारी सीधे इनकम टैक्स विभाग को भेजी जाएगी।
यदि कोई व्यक्ति अपने चालू खाते (Current Account) में 50 लाख रुपये से अधिक की नकद राशि जमा करता है, तो बैंक इसकी रिपोर्ट भी इनकम टैक्स विभाग को देगा इन नियमों का मुख्य उद्देश्य बेनामी और अघोषित आय को पकड़ना और टैक्स चोरी को रोकना है।
एटीएम से नकद निकासी के नए नियम
अब एटीएम से नकद निकासी करने पर भी नई सीमाएँ लागू की गई हैं अगर आप मेट्रो शहरों में रहते हैं, तो आप महीने में केवल 3 बार मुफ्त एटीएम ट्रांजैक्शन कर सकते हैं, जबकि गैर-मेट्रो शहरों में यह सीमा 5 बार होगी।
अगर कोई व्यक्ति इस सीमा से अधिक एटीएम से पैसे निकालता है, तो उसे प्रत्येक अतिरिक्त ट्रांजैक्शन पर ₹25 का चार्ज देना होगा यह नियम सभी बैंकों पर लागू होगा, जिससे लोग नकद निकासी कम कर डिजिटल पेमेंट को अपनाने के लिए प्रेरित होंगे।
डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए नए नियम
सरकार नकद लेनदेन को कम करने और डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए कई नए नियम लागू कर रही है। अब अगर कोई व्यक्ति ₹2 लाख से अधिक का नकद लेनदेन करता है, तो उसे बैंकिंग माध्यम (NEFT, RTGS, IMPS, UPI) से ही भुगतान करना होगा।
अगर कोई व्यक्ति ₹30 लाख से अधिक की प्रॉपर्टी खरीदता या बेचता है, तो उसे भी डिजिटल माध्यम से भुगतान करना अनिवार्य होगा सरकार ने UPI और नेट बैंकिंग को अधिक सुरक्षित बनाने के लिए नए फीचर्स जोड़े हैं, जिससे ऑनलाइन ट्रांजैक्शन को बढ़ावा दिया जा सके।
बड़े बैंक ट्रांजैक्शन पर इनकम टैक्स विभाग की सख्त नजर
अब इनकम टैक्स विभाग ने बड़े बैंकिंग ट्रांजैक्शनों पर निगरानी तेज कर दी है अगर कोई व्यक्ति बैंक से बार-बार 10 लाख रुपये से अधिक की नकद निकासी या जमा करता है, तो उसे इनकम टैक्स विभाग को इस राशि का स्रोत बताना होगा।
अगर कोई व्यक्ति क्रेडिट कार्ड से 1 लाख रुपये से अधिक की कैश ट्रांजैक्शन करता है, तो बैंक इसकी रिपोर्ट सीधे आयकर विभाग को देगा फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) में 10 लाख रुपये से अधिक जमा करने पर भी बैंक इसकी जानकारी टैक्स विभाग को देगा।
अगर कोई व्यक्ति 50 लाख रुपये से अधिक की प्रॉपर्टी खरीदता है, तो उसके लेनदेन की पूरी जानकारी इनकम टैक्स विभाग को भेजी जाएगी अब बैंकों को सभी बड़े नकद लेनदेन की रिपोर्ट स्वतः ही आयकर विभाग को भेजनी होगी, जिससे टैक्स चोरी को रोका जा सके।
नए नियमों का पालन क्यों जरूरी है
बैंकिंग और इनकम टैक्स से जुड़े ये नए नियम ग्राहकों को पारदर्शी बैंकिंग प्रणाली का लाभ देने के लिए लागू किए गए हैं अगर आप बैंक से बार-बार नकद निकासी या बड़ी रकम जमा करते हैं, तो इन नियमों को जानना आपके लिए बेहद जरूरी है।
अगर आप इन नए नियमों का पालन नहीं करते हैं, तो आपके ट्रांजैक्शन पर आयकर विभाग की नजर रह सकती है किसी भी अनावश्यक परेशानी से बचने के लिए सभी बैंकिंग कार्यों को इनकम टैक्स गाइडलाइंस के अनुसार करें।
इन नए नियमों से डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा मिलेगा, टैक्स चोरी पर लगाम लगेगी और बैंकिंग सेवाओं को अधिक सुरक्षित बनाया जा सकेगा इसलिए, सभी ग्राहकों को अपने बैंकिंग लेनदेन को इन नए नियमों के अनुसार ही करना चाहिए।
Also Read
