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बैंकिंग से जुड़ें इन नियमों में होने जा रहा है बदलाव, जानिए ग्राहकों पर क्या होगा असर Banking Rule Change

Banking Rule Change अगर आप भारतीय स्टेट बैंक (SBI), पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ... Read more

Banking Rule Change अगर आप भारतीय स्टेट बैंक (SBI), पंजाब नेशनल बैंक (PNB) या केनरा बैंक के ग्राहक हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है फरवरी से कई बैंकिंग नियमों में बड़ा बदलाव होने जा रहा है, जो आपके वित्तीय लेन-देन और बैंकिंग अनुभव को प्रभावित कर सकता है इन बदलावों के चलते ग्राहकों को कुछ नए नियमों का पालन करना होगा, जिससे उनकी रोजमर्रा की बैंकिंग सेवाओं में बदलाव आ सकता है।

इन नए नियमों का उद्देश्य बैंकिंग सेवाओं को अधिक सुरक्षित और प्रभावी बनाना है इसलिए, अगर आप नियमित रूप से ऑनलाइन बैंकिंग, चेक भुगतान, ट्रांजैक्शन लिमिट या अन्य बैंकिंग सेवाओं का इस्तेमाल करते हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है इसमें हम विस्तार से बताएंगे कि किन-किन बैंकिंग नियमों में बदलाव हो रहा है और इसका सीधा असर ग्राहकों पर क्या पड़ेगा।

बैंकिंग नियमों में क्या क्या बदलाव होने वाले हैं

बैंकिंग सेक्टर में फरवरी से लागू होने वाले नए नियमों में कई अहम बदलाव किए गए हैं, जिनका असर सीधे ग्राहकों पर पड़ेगा इसमें ऑनलाइन ट्रांजैक्शन की लिमिट, चेक पेमेंट, बैंक चार्जेज और अन्य सेवाओं से जुड़े बदलाव शामिल हैं इन बदलावों के कारण कई ग्राहकों को अपनी बैंकिंग आदतों में बदलाव करना पड़ सकता है।

चेक भुगतान से जुड़े नए नियम

अब बैंकिंग धोखाधड़ी को रोकने के लिए नए चेक भुगतान नियम लागू किए जा रहे हैं SBI, PNB और केनरा बैंक समेत कई बड़े बैंकों ने पॉजिटिव पे सिस्टम (PPS) को अनिवार्य बना दिया है इस नियम के तहत, अगर आप 5 लाख रुपये या उससे अधिक का चेक जारी करते हैं, तो आपको बैंक को पहले से जानकारी देनी होगी इससे बैंक को यह पुष्टि करने में मदद मिलेगी कि चेक वैध है और किसी भी प्रकार की अनियमितता को रोका जा सके।

ऑनलाइन ट्रांजैक्शन और UPI लिमिट में बदलाव

फरवरी से कुछ बैंकों ने डिजिटल लेन-देन की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए UPI और ऑनलाइन ट्रांजैक्शन की लिमिट को अपडेट किया है अब कुछ बैंक दिनभर में किए जाने वाले ट्रांजैक्शन्स की सीमा तय करेंगे यह बदलाव इसलिए किया गया है ताकि फ्रॉड को रोका जा सके और ग्राहकों को सुरक्षित बैंकिंग अनुभव मिल सके।

इसके अलावा, नेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग के जरिए बड़े अमाउंट के ट्रांसफर पर अतिरिक्त सुरक्षा उपाय लागू किए जाएंगे, जिसमें OTP वेरिफिकेशन और अन्य सिक्योरिटी फीचर्स जोड़े जाएंगे।

न्यूनतम बैलेंस और सर्विस चार्ज में बदलाव

PNB और केनरा बैंक ने न्यूनतम बैलेंस रखने की सीमा को संशोधित किया है यदि आपके खाते में न्यूनतम बैलेंस नहीं रहता, तो आपको अतिरिक्त चार्ज देना पड़ सकता है वहीं, कुछ सेवाओं जैसे कि एटीएम से ज्यादा बार पैसे निकालने या बैंक स्टेटमेंट प्रिंट कराने पर लगने वाले चार्ज में भी बदलाव किया गया है।

ATM से कैश निकालने के नए नियम

अब SBI, PNB और केनरा बैंक के ग्राहकों को ATM से बड़ी रकम निकालने के लिए नए सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करना होगा बैंक ने कैश निकालने की लिमिट को संशोधित किया है और अब 10,000 रुपये या उससे अधिक की निकासी पर OTP वेरिफिकेशन अनिवार्य कर दिया गया है यह नियम बैंकिंग फ्रॉड को रोकने और ग्राहकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लागू किया गया है।

इन बदलावों से ग्राहकों पर क्या असर पड़ेगा

बैंकिंग नियमों में किए गए इन बदलावों से ग्राहकों पर कई तरह के प्रभाव पड़ सकते हैं सबसे पहले, यदि आप नियमित रूप से चेक के जरिए बड़े अमाउंट का भुगतान करते हैं, तो अब आपको पॉजिटिव पे सिस्टम को अपनाना होगा।

इसके अलावा, डिजिटल लेन-देन करने वाले ग्राहकों को UPI ट्रांजैक्शन लिमिट के कारण कुछ सीमाओं का सामना करना पड़ सकता है वहीं, न्यूनतम बैलेंस न रखने पर अतिरिक्त चार्ज देना होगा, जिससे छोटे खाताधारकों को अधिक सतर्क रहने की जरूरत होगी।

ATM से पैसे निकालने के नियमों में बदलाव के कारण ग्राहकों को OTP आधारित वेरिफिकेशन की आदत डालनी होगी।

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